Ration Card eKYC : भारत सरकार द्वारा संचालित सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के अंतर्गत राशन कार्ड एक अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज है। पहले यह केवल सस्ते अनाज का माध्यम था, लेकिन अब यह एक पहचान पत्र और अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए भी जरूरी दस्तावेज बन गया है। विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए राशन कार्ड बेहद अहम है। लेकिन हाल के वर्षों में फर्जी राशन कार्ड धारकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है।
ई-केवाईसी क्या है?
ई-केवाईसी का पूरा नाम है इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर। यह एक डिजिटल पहचान सत्यापन प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति का आधार नंबर, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन के माध्यम से पहचान की जाती है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ केवल असली और पात्र व्यक्ति तक ही पहुंचे और कोई फर्जी लाभार्थी सिस्टम में न बना रहे।
ई-केवाईसी क्यों जरूरी है?
ई-केवाईसी के माध्यम से सरकार सभी लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित करती है। जिन लोगों ने फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनवा रखा है या जो अब पात्र नहीं हैं, उन्हें सिस्टम से बाहर कर दिया जाएगा। इस प्रक्रिया से सरकारी योजनाओं का वितरण पारदर्शी और न्यायसंगत होगा। यदि कोई व्यक्ति समय पर ई-केवाईसी नहीं कराता है, तो उसका राशन कार्ड रद्द किया जा सकता है और वह मुफ्त राशन या अन्य सब्सिडी से वंचित हो सकता है।
ई-केवाईसी के फायदे
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डिजिटल और सरल प्रक्रिया:
अब आपको लंबी कतारों में लगने या दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। पूरी प्रक्रिया मोबाइल से घर बैठे पूरी की जा सकती है। -
सही आंकड़ों की प्राप्ति:
सरकार को वास्तविक लाभार्थियों का डेटा मिलता है, जिससे योजनाओं का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंचता है। -
भविष्य में पहचान का प्रमाण:
ई-केवाईसी पूरा होने के बाद आपको एक डिजिटल स्लिप मिलती है, जो भविष्य में किसी भी सरकारी सेवा में उपयोगी हो सकती है। -
साइबर सुरक्षा में वृद्धि:
दस्तावेजों की जांच ऑनलाइन होती है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम हो जाती है।
ई-केवाईसी के लिए जरूरी दस्तावेज
ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होती है:
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राशन कार्ड नंबर
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आधार कार्ड नंबर
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परिवार के अन्य सदस्यों के आधार कार्ड (यदि लिंक हो)
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समग्र परिवार आईडी (कुछ राज्यों में अनिवार्य)
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रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
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बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगरप्रिंट या फेस स्कैन)
ई-केवाईसी नहीं कराने पर क्या होगा?
यदि आपने 30 जून 2025 तक ई-केवाईसी नहीं करवाई, तो आपको निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:
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राशन कार्ड अस्थायी रूप से निलंबित या स्थायी रूप से रद्द किया जा सकता है।
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मुफ्त राशन या सब्सिडी का लाभ मिलना बंद हो सकता है।
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दोबारा राशन कार्ड बनवाना मुश्किल हो सकता है।
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अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना भी रुक सकता है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि 30 जून 2025 अंतिम तारीख है और इसके बाद कोई नया मौका नहीं दिया जाएगा। इसलिए सभी राशन कार्ड धारकों को समय रहते यह प्रक्रिया पूरी कर लेनी चाहिए।
घर बैठे कैसे करें ई-केवाईसी?
ई-केवाईसी की प्रक्रिया बेहद आसान है और इसे मोबाइल फोन से भी किया जा सकता है। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
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एप डाउनलोड करें:
अपने स्मार्टफोन में ‘मेरा आधार केवाईसी’ या ‘Face RD’ ऐप डाउनलोड करें। -
आधार नंबर दर्ज करें:
राशन कार्ड से जुड़े आधार नंबर को ऐप में दर्ज करें। -
OTP वेरिफिकेशन करें:
रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP को दर्ज कर पहचान सत्यापित करें। -
परिवार की जानकारी भरें:
ऐप में परिवार के सभी सदस्यों की सूची दिखेगी। जिनकी ई-केवाईसी बाकी है, उनका फेस स्कैन या फिंगरप्रिंट करें। -
डिजिटल स्लिप सेव करें:
प्रक्रिया पूरी होने के बाद डिजिटल स्लिप को सेव या प्रिंट करके रखें।
ई-केवाईसी के बाद क्या होगा?
ई-केवाईसी पूरा होते ही आपका राशन कार्ड आधार से स्थायी रूप से लिंक हो जाएगा। इसके बाद आपको बिना किसी रुकावट के राशन और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता रहेगा। साथ ही फर्जी कार्डधारकों को सिस्टम से हटा दिया जाएगा, जिससे वास्तविक जरूरतमंदों को अधिक और बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
निष्कर्ष
ई-केवाईसी एक अत्यंत महत्वपूर्ण और आवश्यक प्रक्रिया है जो राशन कार्ड प्रणाली को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने में मदद करेगी। इससे सरकार को सही लाभार्थियों तक योजनाएं पहुंचाने में आसानी होगी और फर्जी कार्डधारकों पर लगाम लगेगी। यदि आप राशन कार्ड धारक हैं, तो बिना देरी किए 30 जून 2025 से पहले अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया जरूर पूरी करें, ताकि आपको सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता रहे और कोई समस्या न आए।