Heavy Rain Alert : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में आगामी दिनों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं को लेकर सतर्कता जारी की है। अगले सात दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है। साथ ही कई राज्यों में तेज हवाएं, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं भी देखने को मिल सकती हैं।
भारी बारिश की चेतावनी और प्रभावित क्षेत्र
आईएमडी के अनुसार, 9 से 12 जून के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 6 और 7 जून को त्रिपुरा में और 9 से 11 जून के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी वर्षा की संभावना है। इन क्षेत्रों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
आंधी, बिजली और तेज हवाओं की संभावना
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी। 6 और 7 जून को मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आंधी, बिजली और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इसके अतिरिक्त 6 से 10 जून के बीच विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार के मैदानी इलाकों में तेज हवाएं चलने की संभावना है। 10 से 12 जून के दौरान बिहार और झारखंड में भी तेज हवाएं चल सकती हैं।
राजस्थान में धूल भरी हवाओं का अनुमान
पूर्वी राजस्थान में 6 से 8 जून के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि 8 से 10 जून के बीच पश्चिमी राजस्थान में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। इसके अलावा 11 और 12 जून को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
गरज के साथ बारिश के क्षेत्र
केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में अगले सात दिनों के दौरान कई जगह हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 6 से 10 जून के बीच तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा और कर्नाटक के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। इसके अलावा 9 और 10 जून को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्य प्रदेश में हल्की बारिश के आसार हैं।
सारांश
देश के कई हिस्सों में मानसून की सक्रियता बनी हुई है, जिससे भारी बारिश, आंधी-तूफान और तेज हवाओं की संभावना बनी रहती है। इससे आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर पूर्वोत्तर और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को। साथ ही किसान, यात्री और प्रशासन को भी अपने-अपने स्तर पर जरूरी तैयारी करनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से बचाव हो सके।
आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी होगा। मौसम विज्ञान विभाग की यह चेतावनी भविष्य में संभावित नुकसान से बचाव के लिए महत्वपूर्ण कदम है।