DU PG Admission 2025 : दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) ने 2025-26 सत्र के लिए पोस्टग्रेजुएट (PG) कोर्सेज़ में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बार भी डीयू ने CUET PG स्कोर के आधार पर दाखिला देने का निर्णय लिया है। यूनिवर्सिटी ने अपने कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) पोर्टल के माध्यम से छात्रों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। PG कोर्सेज़ में प्रवेश को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के एडमिशन ब्रांच और डीन ने हाल ही में एक वेबिनार के ज़रिए विस्तृत जानकारी दी, जिसमें छात्रों के लिए कई जरूरी दिशा-निर्देश साझा किए गए।
रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख
डीयू ने 17 मई 2025 को CSAS पोर्टल एक्टिव किया है। जो छात्र 2025-26 के लिए PG कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं, वे 6 जून 2025 तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके बाद किसी भी प्रकार का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
कितनी सीटें हैं उपलब्ध?
इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभागों और कॉलेजों में कुल 82 पीजी प्रोग्राम्स के लिए लगभग 13,500 सीटें उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें रेगुलर कॉलेजों के अलावा नॉन कॉलेजिएट विमेंस एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) के अंतर्गत आने वाले कोर्स भी शामिल हैं।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। छात्रों को सबसे पहले डीयू के CSAS पोर्टल पर जाकर अपना अकाउंट बनाना होगा। इसके बाद CUET PG स्कोर के आधार पर सिस्टम छात्रों को वही कोर्स दिखाएगा, जिनके लिए वे पात्र हैं। छात्र अपनी पसंद के अनुसार एक या एक से अधिक कोर्स चुन सकते हैं। हर कोर्स के लिए 250 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस निर्धारित की गई है। उदाहरण के लिए, यदि कोई छात्र दो कोर्स के लिए आवेदन करता है, तो उसे कुल 500 रुपये फीस देनी होगी। फीस का भुगतान करने के बाद ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी मानी जाएगी।
सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया
CUET PG स्कोर के आधार पर डीयू सभी पीजी कोर्स के लिए मेरिट लिस्ट जारी करेगा। हालांकि, अभी मेरिट लिस्ट की तिथि घोषित नहीं की गई है, लेकिन यूनिवर्सिटी जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट और छात्रों के डैशबोर्ड पर इसकी जानकारी उपलब्ध कराएगी।
जब मेरिट लिस्ट के आधार पर छात्रों को सीटें अलॉट की जाएंगी, तब छात्रों को यह तय करना होगा कि वे उस सीट को एक्सेप्ट करना चाहते हैं या नहीं। यदि कोई छात्र अलॉट की गई सीट को एक्सेप्ट नहीं करता है, तो यह माना जाएगा कि वह उस प्रोग्राम में दाखिला नहीं लेना चाहता। ऐसे छात्र को आगे के किसी भी राउंड में उसी प्रोग्राम के लिए एडमिशन का अवसर नहीं मिलेगा।
यह भी पढ़े:

फ्रीज और अपग्रेड का विकल्प
सीट एक्सेप्ट करने के बाद छात्र को दो विकल्प मिलते हैं – ‘अपग्रेड’ और ‘फ्रीज’। यदि छात्र किसी अन्य कॉलेज या कोर्स की उम्मीद रखते हैं, तो वे अपग्रेड का विकल्प चुन सकते हैं। अगले राउंड में यदि वैसी सीटें उपलब्ध होती हैं, तो उन्हें अपग्रेड किया जा सकता है।
अगर छात्र को जो सीट मिली है, वही उसे चाहिए और वह उसमें संतुष्ट है, तो उसे डैशबोर्ड से सीट को ‘फ्रीज’ करना होगा। एक बार सीट फ्रीज करने के बाद आगे किसी भी राउंड में उसे अपग्रेड का विकल्प नहीं मिलेगा।
NCWEB में एडमिशन कैसे होगा?
डीयू की नॉन कॉलेजिएट विमेंस एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) के तहत भी इस बार पीजी कोर्सेज में दाखिले CSAS पोर्टल के जरिए ही होंगे। लेकिन इसमें सिर्फ दिल्ली में रहने वाली छात्राओं को ही प्रवेश मिलेगा। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया NCWEB के लिए भी वैसी ही होगी जैसी रेगुलर कॉलेजों के लिए है।
डॉक्युमेंट्स से जुड़ी जरूरी बातें
डीयू के ज्वाइंट डीन प्रो. आनंद सोनकर ने बताया कि रजिस्ट्रेशन फॉर्म में छात्रों को अपने शैक्षणिक दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे। यदि छात्र की अंडरग्रेजुएट डिग्री पूरी हो चुकी है, तो उसे सभी सेमेस्टर की मार्कशीट अपलोड करनी होगी। यदि छात्र अभी फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा दे रहा है या दे चुका है, तो उसे कम से कम पिछले पांच सेमेस्टर की मार्कशीट अपलोड करनी होगी।
निष्कर्ष
दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीजी एडमिशन की प्रक्रिया इस बार पूरी तरह से डिजिटल माध्यम से हो रही है और इसमें पारदर्शिता बनाए रखने के लिए CUET PG स्कोर को आधार बनाया गया है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे तय समय-सीमा के भीतर रजिस्ट्रेशन कर लें और सभी नियमों को ध्यान से पढ़ें। एक बार कोई विकल्प चुन लेने के बाद उसमें बदलाव संभव नहीं होता है, इसलिए सोच-समझकर हर स्टेप को पूरा करें।
डीयू की आधिकारिक वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर समय-समय पर वेबिनार और गाइडलाइंस साझा की जाती हैं। छात्रों को इन संसाधनों का पूरा उपयोग करना चाहिए ताकि उन्हें एडमिशन प्रक्रिया में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
यह भी पढ़े:

अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी से पोस्टग्रेजुएट कोर्स करना चाहते हैं, तो समय रहते सभी आवश्यक कदम उठाएं और अपनी तैयारी को पूरा