Repo Rate Cut 2025 : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश की मौद्रिक नीति में बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इस कटौती के बाद अब रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी हो गया है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में यह निर्णय बहुमत से लिया गया, जिसकी जानकारी आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने दी। यह फैसला देश के करोड़ों लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने होम या ऑटो लोन लिया है या लेने की योजना बना रहे हैं।
रेपो रेट में कटौती का मतलब क्या है?
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक ऋण प्रदान करता है। जब रेपो रेट कम होती है, तो बैंकों को कम ब्याज दर पर पैसे मिलते हैं और इसका सीधा असर उपभोक्ताओं को मिलने वाले लोन की ब्याज दर पर पड़ता है। बैंक भी अपने लोन की ब्याज दरों में कटौती करते हैं, जिससे होम लोन, ऑटो लोन जैसी ईएमआई में राहत मिलती है।
ईएमआई में कितनी होगी राहत: पूरा कैलकुलेशन
रेपो रेट में 0.50 फीसदी की कटौती के बाद यह जरूरी है कि हम समझें कि इसका सीधा फायदा लोन लेने वालों को कैसे मिलेगा। नीचे दिए गए उदाहरणों से यह साफ समझा जा सकता है।
50 लाख के होम लोन पर राहत
यदि किसी व्यक्ति ने किसी बैंक से 50 लाख रुपये का होम लोन 30 वर्षों की अवधि के लिए लिया है और ब्याज दर 9 फीसदी है, तो उसकी मासिक ईएमआई करीब 40,231 रुपये बनती है। लेकिन अब जब ब्याज दर 8.5 फीसदी हो जाएगी, तो ईएमआई घटकर 38,446 रुपये हो जाएगी। यानी हर महीने ₹1,785 की बचत होगी और 30 वर्षों में कुल बचत लगभग ₹6.42 लाख तक पहुंच जाएगी।
30 लाख के लोन पर कितनी कम होगी किस्त
मान लीजिए किसी ने 30 लाख रुपये का लोन 20 वर्षों के लिए 8.5 फीसदी ब्याज दर पर लिया है। ऐसी स्थिति में उसकी मंथली किश्त ₹26,035 होगी। अब अगर ब्याज दर घटकर 8 फीसदी हो जाती है, तो EMI ₹25,093 हो जाएगी। यानी हर महीने ₹942 की राहत मिलेगी और कुल बचत 20 वर्षों में ₹2.26 लाख के करीब होगी।
25 लाख के लोन पर ईएमआई में बदलाव
अगर आपने 25 लाख रुपये का होम लोन 20 वर्षों के लिए लिया है और ब्याज दर 8.5 फीसदी है, तो आपकी मंथली ईएमआई ₹21,696 होती है। रेपो रेट में कटौती के बाद यदि ब्याज दर 8 फीसदी हो जाती है, तो EMI घटकर ₹20,911 रह जाएगी। इस तरह हर महीने ₹785 की बचत होगी और 20 वर्षों में कुल ₹1.88 लाख से ज्यादा की राहत मिलेगी।
20 लाख के लोन पर भी सस्ती होगी किश्त
20 लाख रुपये का लोन यदि 9 फीसदी ब्याज दर पर 20 सालों के लिए लिया गया हो, तो मंथली ईएमआई ₹17,995 बनती है। अब यदि ब्याज दर घटकर 8.5 फीसदी हो जाती है, तो ईएमआई घटकर ₹17,356 रह जाएगी। इस प्रकार हर महीने ₹639 की राहत मिलेगी और कुल बचत लगभग ₹1.53 लाख तक हो सकती है।
किन्हें मिलेगा फायदा?
इस रेपो रेट कटौती का लाभ उन्हीं लोगों को मिलेगा जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है। अगर आपने फिक्स्ड रेट पर लोन लिया है, तो यह कटौती आप पर लागू नहीं होगी। साथ ही, बैंकों पर निर्भर करता है कि वे इस कटौती को अपने कर्ज उत्पादों में कब और कितनी जल्दी लागू करते हैं।
क्या करें मौजूदा लोन धारक?
अगर आपने पहले से लोन ले रखा है, तो अपने बैंक से संपर्क करके यह पता लगाएं कि क्या आपके लोन की ब्याज दर में बदलाव होगा। अगर बैंक नए ग्राहकों को कम ब्याज दर पर लोन दे रहा है और आपको वह लाभ नहीं मिल रहा है, तो आप बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं यानी अपना लोन किसी और बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं जो सस्ती ब्याज दर दे रहा हो।
नए लोन लेने वालों के लिए सुनहरा मौका
जो लोग होम लोन या ऑटो लोन लेने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह समय बेहद फायदेमंद हो सकता है। ब्याज दरें कम होने के कारण अब आपके लिए कर्ज लेना सस्ता हो जाएगा और कुल ब्याज भुगतान में भी बचत होगी।
निष्कर्ष
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में की गई इस कटौती का सीधा फायदा आम जनता को मिलेगा। इससे न केवल लोन सस्ते होंगे बल्कि लोगों की मासिक बचत भी बढ़ेगी। यह कदम अर्थव्यवस्था में मांग को बढ़ावा देगा और लोगों की क्रय शक्ति को मजबूत करेगा। यदि आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो यह सही समय हो सकता है। साथ ही, मौजूदा लोन धारकों को भी अपने बैंक से संपर्क कर ब्याज दर में कटौती का लाभ लेना चाहिए।