Gold Price Drop : अप्रैल और मई महीने में सोने की कीमतों में लगभग 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। इस बढ़त के बाद अब विशेषज्ञों ने सोने की कीमतों में एक बड़ी गिरावट की चेतावनी दी है। वर्तमान में सोने की कीमत लगभग 97,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है, लेकिन आने वाले समय में इसमें लगभग 12,000 रुपये तक की गिरावट आ सकती है। ऐसे में सोने की कीमत 80,000 से 85,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है, ऐसा अनुमान जताया जा रहा है।
नफावसूली के कारण गिरावट की संभावना
केडिया अॅडव्हायझरीज के संचालक अजय सुरेश केडिया के अनुसार, जब सोने के दाम तेजी से बढ़ते हैं तो निवेशक अपने मुनाफे को सुरक्षित करने के लिए बिकवाली शुरू कर देते हैं। इस स्थिति को नफावसूली कहा जाता है। ऐसे समय में बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ता है, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिलती है।
कुछ दिन पहले भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भी सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी। यह इस बात का संकेत है कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू घटनाएं सोने के बाजार को सीधे प्रभावित करती हैं।
गिरावट के पीछे के प्रमुख कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई बड़े कारण हैं। सबसे पहले बात करें वैश्विक घटनाओं की तो हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक तनाव में कमी आई है। अमेरिका और अन्य देशों के व्यापार संबंधों में नरमी देखी गई है, वहीं भारत और पाकिस्तान के बीच भी तनाव कम हुआ है। जब ऐसी स्थितियाँ बनती हैं तो निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर कम आकर्षित होते हैं।
दूसरा महत्त्वपूर्ण कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आगामी मौद्रिक नीति बैठक है, जो 6 जून को होने वाली है। इस बैठक में रेपो रेट में कटौती की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है तो मुद्रा बाजार में बदलाव होगा, जिसका अप्रत्यक्ष असर सोने की कीमतों पर पड़ेगा।
तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण कारण अमेरिका की फेडरल रिजर्व की नीतियाँ हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फेड पर ब्याज दरों को घटाने का दबाव डाला था। लेकिन वर्तमान समय में फेड के ब्याज दरों में कटौती करने की संभावना कम दिख रही है। जब ब्याज दरें नहीं घटतीं, तो सोने को निवेश के रूप में अधिक समर्थन नहीं मिलता और इसकी कीमतें गिर सकती हैं।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
विशेषज्ञों का मानना है कि जो लोग सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं या पहले से निवेश कर चुके हैं, उन्हें बाजार की दिशा को ध्यान से समझना चाहिए। निकट भविष्य में सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट आ सकती है। ऐसे में जल्दबाजी में निवेश करना नुकसानदेह साबित हो सकता है।
यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो किसी अनुभवी वित्तीय सलाहकार की राय लेना उचित होगा। बाजार के उतार-चढ़ाव को समझे बिना निवेश करने से आपके निवेश का मूल्य घट सकता है। वर्तमान समय में यह बेहतर होगा कि निवेशक सतर्क रहें और बाजार की दिशा का इंतजार करें।
दीर्घकालिक दृष्टिकोण से निवेश कैसा रहेगा?
हालांकि सोने को दीर्घकालिक निवेश के रूप में सुरक्षित माना जाता है, लेकिन अल्पकालिक गिरावट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं तो सोने की कीमतों में गिरावट का लाभ उठाकर बाद में निवेश करना अधिक लाभदायक हो सकता है।
सोने की कीमतें भले ही अस्थायी रूप से गिरें, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से यह अब भी एक अच्छा निवेश विकल्प बना हुआ है। ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो संकट के समय सोने की कीमतें फिर से बढ़ती हैं और निवेशकों को अच्छा लाभ मिलता है।
निष्कर्ष
वर्तमान समय में सोने की कीमतों में जो तेजी देखी गई थी, वह अब थम सकती है और आने वाले समय में इसमें गिरावट आने की संभावना है। ऐसे में निवेशकों को जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचना चाहिए और बाजार की दिशा का अवलोकन कर विवेकपूर्ण निर्णय लेना चाहिए।
यदि आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही कोई कदम उठाएं। बाजार के संकेतों को समझना और समय के साथ चलना ही निवेश की सबसे बड़ी समझदारी है। सोने में निवेश से पहले इसकी कीमतों की चाल, मौद्रिक नीतियां और वैश्विक घटनाओं पर नजर रखना जरूरी है। यही रणनीति आपको भविष्य में बेहतर रिटर्न दिला सकती है।